सूप से लेकर रोस्टेड या फिर करी से लेकर फ्राईड, चिकन भारत में हर तरह से खाया जाता है। चिकन के दीवाने इसे अलग-अलग स्टाइल में बनाते और खाते हैं। चिकन की डिशेज़ न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होती हैं बल्कि इसमें ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपके शरीर को बहुत तरीकों से फायदा पहुंचाते हैं। आइये जानते हैं चिकन खाने से आपको क्या-क्या फायदे होते हैं।
1) मसल्स बनाने में मददगार
चिकन प्रोटीन का सबसे अच्छा नॉन-वेजिटेरियन स्रोत माना जाता है। ये लीन मीट होता है जिसका मतलब है कि इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है और फैट यानी वसा कम होता है। 100 ग्राम रोस्टेड चिकन खाने से आपको 31 ग्राम प्रोटीन मिलता है। इसलिए जो लोग मसल्स बनाना चाहते हैं उनके लिए चिकन खाना बहुत फायदे का सौदा साबित होता है।
2) हड्डियों का रखवाला
प्रोटीन के अलावा, चिकन में फास्फोरस और कैल्शियम भी उच्च मात्रा में पाया जाता है जो कि हड्डियों की स्थिति सुधारता है। साथ ही, इसमें सेलेनियम (selenium) भी पाया जाता है जो कि अर्थराइटिस यानी गठिया रोग का जोखिम कम करने के लिए जाना जाता है।
3) तनाव दूर करता है
चिकन में दो पोषक तत्व ट्राइप्टोफन (tryptophan) और विटामिन बी5 ऐसे होते हैं जो आपका तनाव चुटकियों में दूर करते हैं। ये दोनों शरीर को अंदर से शांत करते हैं इसलिए जिस दिन आपको बहुत तनाव हो चिकेन ज़रूर खाएं। इसका लाजवाब स्वाद आपका तनाव दूर करने के साथ साथ आपको खुशी का अहसास भी कराएगा।
4) पीएमएस में फायदा
चिकन में मैग्नीशियम मौजूद होता है। चिकन का ये तत्व प्री-मेन्स्ट्रुअल सिंड्रोम (Pre-Menstrual Syndrome) के लक्षणों को दूर करता है। साथ ही, पीरियड्स के दौरान महिलाओं में जो मूड बदलने की स्थितियां उत्पन्न होती हैं उनमें भी चिकन फायदा पहुंचाता है।
5) टेस्टोस्टेरॉन स्तर बढ़ाता है
पुरूष अगर ऐसी चीज़ें खाएं जिनमें ज़िंक मौजूद हो तो उससे उनका टेस्टोस्टेरोन (testosterone) स्तर नियंत्रित रहता है और साथ ही साथ स्पर्म भी ज्यादा बनते हैं। इसलिए पुरूषों को चिकन ज़रूर खाना चाहिए, इसमें ज़िंक उच्च मात्रा में होता है।
6) इम्यूनिटी बढ़ाने वाला
सर्दी व जुकाम में राहत पहुंचाने के लिए चिकन सूप को लंबे अर्से से बतौर घरेलू नुस्खा इस्तेमाल किया जा रहा है। चिकन सूप की स्टीम यानी भाप से बंद नाक खुल जाती है और गले का कंजेस्शन (Congestion) भी साफ हो जाता है। एक अध्ययन में ये पाया गया कि चिकन सूप पीने से एक प्रकार के इम्यून सेल न्यूट्रोफिल्स (neutrophils) के स्थानांतरण में बाधा उत्पन्न होती है यानि कहीं नहीं जाते, बल्कि शरीर में बने रहते हैं। इससे आप सामान्य इंफेक्शन होने से बच जाते हैं और शरीर की इम्यूनिटी बढ़ जाती है। इसे भी पढ़ें, ये 7 घरेलू उपाय मॉनसून में बढ़ाएंगे आपकी इम्यूनिटी
7) दिल की तंदुरुस्ती
चिकन में विटामिन बी6 बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होता है। ये तत्व दिल के दौरे से सुरक्षा प्रदान करता है। विटामिन बी6 होमोसिस्टाइन (homocysteine) के स्तर को कम करता है। इस तत्व का स्तर बढ़ना दिल के दौरे का जोखिम बढ़ना ही होता है। इसके अलावा चिकन नियासिन (niacin) का भी अच्छा स्रोत होता है जो कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारियों के लिए बहुत बड़ा खतरा होता है। अमेरिकन हार्ट असोसिएशन ये भी सलाह दी है कि रेड मीट की बजाय चिकन खाना चाहिए क्योंकि इसमें सैचुरेटेड (saturated) फैट रेड मीट से कम और ओमेगा-3 फैटी एसिड उससे ज्यादा होता है। ये तत्व दिल के लिए बहुत लाभकारी साबित होता है। इसे भी पढ़ें, केले रखते हैं हृदय को स्वस्थ
चिकन को हेल्दी तरीके से बनाने का तरीका
चिकन के अलग-अलग हिस्सों में फैट व कोलेस्ट्रॉल के अलग-अलग स्तर पाए जाते हैं। ब्रेस्ट का हिस्सा सबसे अधिक लीन होता है जिसमें 28 ग्राम चिकन में 1 ग्राम फैट होता है। इसके बाद चिकन लेग होता है जिसमें 28 ग्राम चिकन में 2 ग्राम फैट होता है।
चिकन बनाने का फैसला करने से पहले ध्यान रखें कि आप उसकी चर्बी हटा लें, क्योंकि ये आपकी दिल की सेहत के लिए अच्छी नहीं होती। ये चर्बी सफेद रंग की होती है। आप चिकन खरीदते समय भी इसे निकलवा सकते हैं। चिकन को अधिक हेल्दी बनाने के लिए इसे हल्दी, धनिया पावडर और दही में मेरिनेट करें। इससे चिकन स्वादिष्ट तो बनेगा ही, साथ ही उसके पोषक तत्व भी बढ़ जाएंगे। इसके बाद आप इसे प्रेशर कूकर में बना सकते हैं जिससे कि ये नर्म होने तक पक जाएगा। आप इसको बेक भी कर सकते हैं, ये विकल्प बहुत हेल्दी माना जाता है।
फ्रोज़न चिकन
इन दिनो फ्रोज़न चिकन को खाना बहुत चलन में है। फ्रोज़न चिकन को फ्रीजर से निकालने के बाद इसे रेफ्रिजरेटर में रख दें। इसे कहीं और रखने से इसमें बैक्टीरिया पैदा हो जाएंगे। एक बार फ्रोज़न चिकन को डीफ्रीज़ करने के बाद वापस फ्रिज न करें। एक बार मानें, उतना ही चिकन निकालें जितनी आपको ज़रूरत हो।
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