1 .जब कोई महिला गर्भवती हो जाती हैं तब गर्भ ठहरने के 4 से 5 दिन बाद महिलाओं के शरीर में प्रेगनेंसी हार्मोन्स का निर्माण होने लगता हैं। जिसके बाद महिलाओं को उल्टी की समस्या होती हैं और साथ ही साथ महिलाओं के शरीर में मितली आने की समस्या भी जन्म ले लेती हैं। हलाकि ये समस्या सभी महिलाओं में नहीं होती हैं। ये महिलाओं के शारीरिक संरचना पर भी निर्भर करती हैं।
2 .गर्भ ठहरने के 7 से 10 दिन बाद जब महिलाओं के गर्भ में भूर्ण का निर्माण होने लगता हैं तब शरीर में पानी की कमी हो जाती हैं। इस दौरान महिलाओं को उल्टी होने की भी समस्या होती हैं और महिलाएं खुद को अस्वस्थ महसूस करती हैं। अगर किसी महिला को ऐसी समस्या होती हैं तो उसे भरपूर पानी का सेवन करना चाहिए और डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
3 .कुछ महिलाओं को गर्भ ठहरने के एक से दो महीने बाद जब उनके गर्भ में भूर्ण पूरी तरह से विकसित हो जाता हैं तब महिलाओं को उल्टी की समस्या होती हैं। ये उल्टी की समस्या महिलाओं के पेट में बनने वाला गैस और कब्ज के कारण होता हैं। इसलिए महिलाएं इस बात का सदैव ख्याल रखें और अगर उल्टी की समस्या हो तो वो डॉक्टर की सलाह लें।
4 .गर्भ ठहरने के तीन से चार महीने बाद जब गर्भ में विकसित हो रहा भूर्ण शिशु का रूप लेने लगता हैं। इस दौरान भी महिलाओं को उल्टी की समस्या होती हैं। ऐसे तो इसे एक नॉर्मल समस्या माना जाता हैं। लेकिन कभी कभी ये समस्या महिलाओं के लिए खतरनाक भी साबित होता हैं। इसलिए अगर किसी महिला को ज़रूरत से ज्यादा उल्टी की समस्या होती हैं तो उसे डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए ताकि इस समस्या से छुटकारा मिल सकें और शरीर सेहतमंद रह सके।
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