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Friday, June 17, 2022

एक कंजूस आदमी जब मरने लगा

 


एक कंजूस आदमी जब मरने लगा तो उसने अपने तीनों बेटों को बुलाया

और बोला – मैंने हमेशा लोगों को यह कहते सुना है कि मरने के बाद आदमी के साथ कुछ भी नहीं जाता।

लेकिन मैं इस धारणा को गलत साबित कर दूंगा।

मेरे पास कुल तीन लाख रुपये हैं।

मैं तुम तीनों को एक-एक लिफाफा दूंगा जिनमें से हरेक में एक लाख रुपये होंगे।

मैं चाहता हूं कि मुझे दफनाते समय तुम लोग ये रुपये मेरी कब्र में डाल दो।

जब वह आदमी मर गया तो वादे के मुताबिक तीनों बेटों ने उसकी कब्र में अपने अपने लिफाफे डाल दिए।

घर लौटते समय बड़ा बेटा गमगीन स्वर में बोला – भाई, मुझे बड़ी आत्मग्लानि हो रही है।

मुझे बैंक का कर्ज लौटाना था इसलिए मैंने लिफाफे से 25 हजार निकाल लिए थे।

मंझला बेटा भी आंखों में आंसू भरकर बोला – मैंने भी नया घर खरीदा है ।


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शादी के बाद पत्नी कैसे बदलती है, जरा गौर कीजिए:


पहले साल: मैंने कहा जी खाना खा लीजिए, आपने काफी देर से कुछ खाया नहीं।

दूसरे साल: जी खाना तैयार है, लगा दूं?

तीसरे साल: खाना बन चुका है, जब खाना हो तब बता देना।

चौथे साल: खाना बनाकर रख दिया है, मैं बाजार जा रही हूं, खुद ही निकाल कर खा लेना।

पांचवे साल: मैं कहती हूं आज मुझ से खाना नहीं बनेगा, होटल से ले आओ।

छठे साल: जब देखो खाना, खाना और खाना, अभी सुबह ही तो खाया था।

शादी के बाद पति कैसे बदलते हैं, जरा गौर कीजिए:

पहले साल: जानू संभलकर उधर गड्ढा है।

दूसरे साल: अरे यार देख के उधर गड्ढा है।

तीसरे साल: दिखता नहीं उधर गड्ढा है।

चौथे साल: अंधी है क्या गड्ढा नहीं दिखता।

पांचवे साल: अरे उधर – किधर मरने जा रही है गड्ढा तो इधर है।

मुस्कुराते रहिये


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