मजे मजे में नशा नशा है।
नशीलापन अब बना मजा है।
कोई दारू कोई कोकीन शौकीन।
कोई रात रात करे है स्मोकिंग।।
स्मोकिंग में धुंआ धुंआ कर आलम।
मानो सोल हो गई देखो सारी प्रॉब्लम।।
प्रॉब्लम का सोल्युशन नशे में पाये।
बेसुध होकर फिर जिंदगी पे चिल्लाये।।
चिलचिलाती जवानी अंदर पाये बुढ़ापा।
खुश होकर गैरों से अपनों पर स्यापा।।
स्यापा पाले देखो जी रिस्की रम।
होकर टल्ली भूले सारे गम।
गम में तो अब हुई जिंदगानी।
हैं नशेबाज की ख़त्म जवानी।।
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