पुरुषों में होने वाले यौन विकारों में से एक है लिंग का टेढ़ापन (peyronie's disease). यह एक ऐसी स्थिति है जो लिंग के ऊतकों में क्षति के कारण उत्पन्न होती है. इस विकार से ग्रसित लोगों में लिंग में तनाव आने के दौरान काफी दर्द का अनुभव होता है, जिससे उनके लिए संभोग करना काफी मुश्किल हो जाता है. लिंग में टेढ़ेपन की शुरुआत गांठ बनने और दर्द के साथ होती है. लिंग में तनाव आने के दौरान इस स्थिति का अनुभव होता है. इस समस्या को इसके लक्षणों के आधार पर देखा जा सकता है. इसके कुछ लक्षण निम्नलिखित हैं.
समस्या के लक्षण
- लिंग पर गांठ या ऊतकों में कठोरता.
- लिंग का ऊपर या नीचे की ओर मुड़ जाना.
- लिंग का आकार छोटा होना.
- लिंग में तनाव के दौरान दर्द का अनुभव.
- उपरोक्त लक्षणों में से अगर आपको किसी का भी अनुभव हो तो जल्द से जल्द अपने चिकित्सक से संपर्क करें.
लिंग के टेढ़ेपन के लक्षण
लिंग सामान्य स्थिति में होता है, तो इसमें किसी प्रकार के लक्षण दिखाई नहीं देते. लिंग के उत्तेजना में आने की स्थिति में इसका अनुभव होता है. तनाव आने के बाद यह एक ओर मुड़ जाता है. यह अवस्था काफी दर्द उत्पन्न करने वाली भी होती है. ज्यादातर मामलों में, समय के साथ-साथ दर्द कम होने लगता है, लेकिन टेढ़ेपन की समस्या ऐसे ही रहती है. लिंग में टेढ़ेपन की समस्या को निम्न स्थितियों के रूप में देखा जा सकता है.
- लिंग उत्तेजना के दौरान दर्द का होना.
- संभोग के दौरान दर्द और कठिनाई महसूस होना.
- लिंग का छोटा पड़ जाना या संकुचित हो जाना (कुछ मामलों में).
- लिंग में टेढ़ेपन वाले स्थान के नीचे कोई कठोर जगह या गांठ जैसा महसूस होना.
- लिंग में टेढ़ेपन के कारण शारीरिक संबंध बनाने में अक्षमता
लिंग के टेढ़ेपन के कारण
लिंग में टेढ़ेपन के कोई ठोस कारण स्पष्ट नहीं हैं. हालांकि, ऐसा माना जाता है कि यह किसी प्रकार के आघात (चोट लगना या सेक्स करते समय लिंग अचानक से मुड़ जाने) के कारण होता है. ऐसी स्थिति में लिंग के अंदर रक्तस्त्राव होने लगता है. यह भी हो सकता है कि आपको चोट लगने के दौरान पता भी ना चला हो. सामान्य रूप से लिंग में टेढ़ेपन के लिए निम्न कारणों को जिम्मेदार माना जाता है. लिंग पर बार-बार चोट लगना. खेल, दुर्घटना या संभोग के दौरान एक स्थान पर आघात की स्थिति में उस हिस्से में सूजन आ जाती है. जो धीरे-धीरे प्लेक (ऊतकों में किसी प्रकार की क्षति के बाद वहां पर एक स्थायी चिह्न बनना) में बदल जाता है. दूसरा कारण इस समस्या का आनुवंशिक रूप हो सकता है.
लिंग में टेढ़ेपन का उपचार
इस समस्या के कारणों का पता लगाने के लिए डॉक्टर आपको कुछ जांच कराने के लिए कह सकते हैं. इसके लिए आपको मूत्र रोग विशेषज्ञ से संपर्क करना होता है. जांच के दौरान ऊतकों के कठोर हिस्सों और हाथ लगाने पर दर्द होने जैसी स्थितियों का पता लगाया जाता है. जांच के बाद स्थिति को देखते हुए दवाईयों, सर्जरी और मनोवैज्ञानिक चिकित्सा के माध्यम से इलाज किया जा सकता है.
- कभी-कभी लिंग का अल्ट्रासाउंड किया जाता है. अगर लिंग में कैल्शियम जमा है तो एक्स-रे की मदद से उसको देखा जा सकता है.
- अल्ट्रासोनोग्राफी में मधुमेह या हार्मोनल फ्लक्चुएशन वाले व्यक्तियों को खून की जांच की सलाह भी दी जाती है.
- आम तौर पर डॉक्टर उन दवाईयों के सेवन का सुझाव देते हैं जो फाइब्रॉएड के आकार को कम कर सकते हों. ध्यान रखें कोई भी दवाई बिना डॉक्टर की सलाह के प्रयोग में न लाएं. गैर-सर्जिकल थेरेपी के रूप में निम्न उपचार माध्यमों को प्रयोग में लाया जाता है.
पेनाइल ट्रैक्शन
- वैक्यूम इरेक्टाइल डिवाइस
- रेडिएशन थेरेपी
- हाइपरथर्मिया थेरेपी
- एक्स्ट्रा कॉर्पोरल शॉक वेव थेरेपी
No comments:
Post a Comment